Jan Andolan/भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षणद्वारा 1 अक्टूबर 2023 को NH4, NIT, फ़रीदाबाद में स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत एक घंटे के श्रमदान काआयोजन किया गया
प्रेस विज्ञप्ति :
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (भा.भू.स.), खान मंत्रालय का एक संबद्ध कार्यालय, ने एक-दिन एक-घंटा एक-साथ नारे के साथ स्वच्छता ही सेवा अभियान काआयोजन स्वच्छ भारत मिशन के तहत किया गया जो कि भारत सरकार की एक पहल है जिसके अंतर्गत अधिकतम सार्वजनिक भागीदारी (जन भागीदारी) के साथ स्वच्छता को बढ़ावा देने, लंबित मामलों को कम करने, स्वच्छता को संस्थागत बनाने, आंतरिक निगरानी तंत्र को मजबूत करने, सरकारी कार्यालयों में रिकॉर्ड प्रबंधन, भौतिक रिकॉर्ड को डिजिटल बनाने आदि सुनिश्चित करना है।
Jan Andolan/स्थानीय समुदाय सम्मिलित हुएभारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन की भावना को जारी रखते हुए भा.भू.स. में 15 सितंबर, 2023 से स्वच्छता ही सेवा अभियान का प्रारम्भ किया, और गाँधी जयंती, 2 अक्टूबर, 2023 को स्वच्छता दिवस के रूप में मनाने तक विभिन्न स्वच्छता कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से आयोजन किया गया ।इसी क्रम में, प्रधानमंत्री के आह्वान का दृढ़ता से पालन करते हुए, भा.भू.स. ने माननीय सचिव, खानमंत्रालय, भारत सरकार के नेतृत्व तथा श्रीमती पुष्पलता, उपमहानिदेशक, भा.भू.स., फरीदाबाद के मार्गदर्शन में 1 अक्टूबर, 2023 को सुबह 10:00 बजे सरकारीआवासीय कॉलोनी, एनएच 4, एनआईटी, फरीदाबाद में स्वच्छता कार्यक्रम के लिए एक घंटे के श्रमदान का आयोजन किया गया। जिसमे डॉ. हरबंश सिंह, महानिदेशक (सेवानिवृत्त), भा.भू.स.; श्रीमती मालती देवी,लोटस सेवा ट्रस्ट एनजीओ से बच्चों के साथ; नितिन हुडा, युवा अध्यक्ष; खनन अधिकारी, हरियाणा सरकार और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और अन्य स्थानीय प्राधिकरण के प्रतिनिधियों ने अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी दे कर समारोह की शोभा बढाई |
इस कार्यक्रम में भा.भू.स. कर्मचारियों और स्थानीय समुदाय सम्मिलित हुए स्वच्छता की भावना फैलाने और स्वच्छता बनाए रखने के महत्व पर लोगो को शिक्षित किया गया | माननीय सचिव ने सामिल हुए बच्चो की सराहना करते हुए यह सन्देश दिया कि स्वछता का ये उद्देश्य केवल एक दिन के अभियान से पूरा नहीं होगा बल्कि इसको सतत वर्ष भर करने की आवश्यकता है |
भा.भू.स. ‘विशेष अभियान 3.0 के तहत समय-समय पर भारत सरकार द्वारा निर्धारित अन्य सभी स्वच्छता गतिविधियों को सफलतापूर्वक लागू कर रहा है
घर और कार्यालय परिसर और आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखना सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छता किट का वितरण, वृक्षारोपण आदि इस प्रमुख भूवैज्ञानिक संगठन के प्रत्येक कर्मचारी का मंत्र बन गया है।
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के बारे में:
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (भा.भू.स.) की स्थापना 1851 में मुख्य रूप से रेलवे के लिए कोयला भंडार खोजने के लिए की गई थी।पिछले कुछ वर्षों में, भा.भू.स. न केवल देश में विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यक भू-विज्ञान जानकारी के भंडार के रूप में विकसित हुआ है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति के भू-वैज्ञानिक संगठन का दर्जा भी प्राप्त कर चुका है। इसका मुख्य कार्य राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक जानकारी और खनिज संसाधन मूल्यांकन का निर्माण और अद्यतन करना है।इन उद्देश्यों को जमीनी सर्वेक्षण, हवाई और समुद्री सर्वेक्षण, खनिज पूर्वेक्षण और जांच, बहु-विषयक भू-वैज्ञानिक, भू-तकनीकी, भू-पर्यावरणीय और प्राकृतिक खतरों के अध्ययन के साथ-साथ हिमनदिय अध्ययन, भूकंपीय-तकनीकी और मौलिक भूविज्ञान की अन्य शाखाओं के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। भा.भू.स. की दीर्घकालिक प्राथमिकता वस्तुनिष्ठ, निष्पक्ष और अद्यतन भूवैज्ञानिक विशेषज्ञता और सभी प्रकार की भूवैज्ञानिक जानकारी प्रदान करना रही है, जो देश की वाणिज्यिक और सामाजिक आर्थिक जरूरतों पर नीतिगत निर्णय लेने में मदद करती है। संसथान नवीनतम और सबसे अधिक किफायती तकनीकों और पद्धतियों का उपयोग करके भूवैज्ञानिक, भूभौतिकीय और भू-रासायनिक सर्वेक्षणों के माध्यम से यह कार्य करता है। भा.भू.स.वर्तमान में इन संसाधनों को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों की जांच और भूस्खलन पर प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली स्थापित करने पर जोर देता है।सर्वेक्षण और मानचित्रण में भा.भू.स.की मुख्य क्षमता स्थानिक डेटाबेस (रिमोट सेंसिंग के माध्यम से प्राप्त डेटाबेस सहित) के अभिवृद्धि, प्रबंधन, समन्वय और उपयोग के माध्यम से लगातार बढ़रही है | भा.भू.स., भू-सूचना विज्ञान क्षेत्र में अन्य हितधारकों के साथ सहयोग के माध्यम से भूवैज्ञानिक सूचना और स्थानिक डेटा के प्रसार के लिए नवीनतम तकनीकों का एक ‘भंडार’ के रूप में कार्य करता है । भा.भू.स., जिसका मुख्यालय कोलकाता में है, के छह क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ, जयपुर, नागपुर, हैदराबाद, शिलांग और कोलकाता में स्थित हैं और राज्य इकाई कार्यालय देश के लगभग सभी राज्यों में हैं। भा.भू.स. खान मंत्रालय से सम्बद्ध कार्यालय है |